आल इंडिया लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स एसोसिएशन की ओर से चार्टर ऑफ डिमांड को लेकर भारतीय जनता पार्टी निगम को अवगत कराया गया कि लोकतांत्रिक अधिकारों के अंतर्गत सीआईआईए के संदर्भ में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया था लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई भी प्रति उत्तर नहीं आया, जिससे अभिकर्ताओं में रोष है.
नियमावली 1972 पूरी तरह से वर्तमान परिस्थितियों के प्रतिकूल है और इसमें किया गया संशोधन संगठन को मान्य नहीं है क्योंकि इससे अभिकर्ताओं के हितों पर प्रभाव पद रहा है. कार्यकर्ताओं द्वारा अनुरोध किया जा रहा है कि कार्यवाही की प्रत्येक सूचना संगठन को अवश्य मिले और बीमाकर्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कार्यवाही की जाये.