दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग, बिना ढाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल..!! (महात्मा गाँधी)
सम्पूर्ण राष्ट्र को सत्य, अहिंसा व सत्याग्रह के मार्ग पर ले जाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत अभिनंदन है. महात्मा गाँधी एक ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने एक राष्ट्रवादी राजनेता के रूप में अंग्रेजी शासन के खिलाफ आवाज़ उठाई. उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में उनके द्वारा चलाये गए रंगभेद के विरोध में आंदोलन के कारण वर्ष 1951 में रविन्द्र नाथ टैगोर ने उन्हें "महात्मा" कहकर संबोधित किया था.
महात्मा गांधी एक ऐसे युगपुरुष हैं, जो सदियों में एक बार जन्म लेते हैं. उनका जीवन विश्व के प्रत्येक व्यक्ति के लिए अनुकरणीय हैं, उन्होंने अपने जीवन में जितने भी उपदेश दिए, उन सभी को सर्वप्रथम अपने जीवन में उतारा. विश्व में जिस भी देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की, वहां की रक्तरंजित क्रांतियों का गवाह सम्पूर्ण विश्व बना, लेकिन भारत को आज़ादी दिलाने के लिए बापू ने सत्य और अहिंसा का हथियार चुना और उसी के बल पर अंग्रेजी शासन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया.
वास्तव में महात्मा गाँधी जैसे महापुरुष का भारत की भूमि पर आना अपने आप में एक सौभाग्य है और यदि इस परम संत को सच्ची श्रृद्धांजलि देनी है तो हम सभी युवाओं को आगे आना होगा व बापू के सिद्धांतों पर चलते हुए भारत को वैश्विक पटल पर अलंकृत करना होगा. आइये बापू की पुण्यस्मृति पर हम सभी प्रण लें कि उनके आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करेंगे और प्रेरणा लेते हुए देश को प्रगति के मार्ग पर प्रशस्त करेंगे.
नमस्कार, मैं भूधर नारायण मिश्रा, कानपुर महानगर से पूर्व विधायक बोल रहा हूँ. मैं आप की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.