अलग है भाषा, धर्म जात,
और प्रांत, भेष, परिवेश,
पर हम सब का एक ही गौरव है,
राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ..!!
विविधता से भरपूर देश है हमारा भारत और इसी विविधता में तिरंगे के रूप में हमें एकता का आभास होता है, लहराता तिरंगा हमारे गौरवमयी गणतंत्र का प्रतीक है. गणतंत्र यानि लोकतंत्र, जनतंत्र अथवा प्रजातंत्र, जिसका अर्थ है लोगों से मिलकर बना तंत्र. जिस दिन देश का संविधान लागू हुआ था, उसी दिन के महत्त्व को समझते हुए उसे गणतंत्र दिवस का नाम दिया गया. हमारे देश का संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था, इसीलिए इस दिन को देशभर में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है.
देश के तीन राष्ट्रीय पर्वों में से एक गणतंत्र दिवस प्रत्येक जाती, धर्म, संप्रदाय द्वारा समान उत्साह और जोश के साथ मनाया जाने वाला पर्व है. यह हम सभी को जोड़ता है, हमें बताता है कि कोई भी देश लोगों से बनता है. बिन प्रजा राज्य की संकल्पना नहीं की जा सकती है इसलिए गणतंत्र का महत्त्व सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है. इसलिए देशवासियों को अपने राष्ट्र की एकता, अखंडता को बनाये रखने में अपना अहम योगदान देना चाहिए और देश को उन्नति के पथ पर अग्रसर करने के लिए तमाम प्रयास किये जाने चाहिए, तभी हम अपने गणतंत्र को सही तौर पर सम्मान दे सकते हैं.
इस गणतंत्र दिवस आप स्वयं से वायदा करें कि प्रेम और सद्भावना को अपने जीवन का धर्म बनायेंगे, अपने देश के गौरव को बढ़ाने के लिए प्रयास करेंगे और भारतीय संविधान के इस परम उत्सव के सही मायनों को सार्थक करेंगे. इन्हीं मंगल कामनाओं के साथ आप सभी राष्ट्रवासियों को देश का 71वां गणतंत्र दिवस बहुत बहुत मुबारक हो.
नमस्कार, मैं भूधर नारायण मिश्रा, कानपुर महानगर से पूर्व विधायक बोल रहा हूँ. मैं आप की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.