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भूधर नारायण मिश्रा – जानें पौराणिक पर्व दिवाली का महत्त्व और रोशन करें अपना जीवन

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  • Bhudhar Narayan Mishra Bhudhar Narayan Mishra
  • October-25-2019
प्रति वर्ष कार्तिक अमावस्या के दिन मनाया जाने वाला दीपावली पर्व हम सभी भारतवासियों के लिए बेहद खास है क्योंकि दिवाली की रात्रि को ही श्री राम असत्य पर सत्य की स्थापना कर विजयी होकर रात्रि में अयोध्या वापिस लौटे थे और उस दिन अमावस की काली रात थी, इसलिए अयोध्यावासियों ने समस्त अयोध्या नगरी को दीयों की कतारों से अलंकृत कर दिया था. श्री राम का 14 वर्ष के बाद अयोध्या लौटना सभी नगरवासियों के लिए पर्व का दिन था.

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देखा जाये तो यहां अयोध्या नगरी ओर कुछ नहीं अपितु स्वयं हमारा मन, हमारी बुद्धि है, जो आज घृणा, संप्रदायवाद, जातिवाद, क्षेत्रवाद, लोभ, स्वार्थ, लालच जैसी अनेकों बुराइयों में फंसकर घनघोर अन्धकार की गर्त में डूबी हुयी है और जिस दिन हम अपने प्रयासों से इन बुराइयों पर विजय प्राप्त कर लेंगे तो स्वयं हमारे भीतर ज्ञान का अद्भुत प्रकाश होगा. यह प्रकाश इतना उज्जवल होगा कि इसकी रोशनी से समस्त समाज का कल्याण और विकास भी निश्चित हो जायेगा.

अयोध्या भगवान श्री राम की जन्मभूमि है, इसलिए यहां दीपावली का महापर्व बड़े ही हर्षोल्लास से महोत्सव के तौर पर मनाया जाता है. पांच दिवस तक चलने वाला दीपावली पर्व आरोग्य के देवता धनवंतरि की उपासना के साथ शुरू होता है, त्रयोदशी या तेहरस का पहला दिन धन्वंतरि जयंती के रूप में मनाया जाता है, जिसे लोग धनतेरस के नाम से उच्चारित करते हैं और धन वैभव से इस दिन का संबंध जोड़ा जाता है. दूसरा दिन नरक चतुदर्शी के रूप में मनाया जाता है, कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर नाम के दानव का वध किया था और इसके चलते लोग इस दिन अपने घरों से कूड़ा कचरा बाहर निकालते हैं.


आध्यात्मिक दृष्टिकोण से दीपावली बंधन मुक्ति का पर्व है साथ ही यह खास तौर से लक्ष्मी जयंती का पर्व भी है और पौराणिक काल से लक्ष्मी पूजन के तौर पर ही लोग इसे मनाते आ रहे हैं. इसके उपरांत भगवान श्री कृष्ण के गोवर्धन पर्वत धारण करने और बृजवासियों की रक्षा करने की स्मृति में गोवर्धन पूजा का आयोजन होता है और इससे अगले दिन भाई बहन के आपसी प्रेम व स्नेह का प्रतीक भाईदूज भी मनाया जाता है. दीपावली के छठे दिन सूर्य भगवान की उपासना से जुदा छठ पर्व भी मनाया जाता है.


देश के गौरवान्वित इतिहास, हमारी संस्कृति और परंपराओं को सुशोभित करता यह दिवाली का त्यौहार आप सभी के जीवन में भी सुख, समृद्धि, वैभव, कुशल-मंगल का संचार करें. इन्हीं अभिलाषाओं के साथ आप राष्ट्रवासियों को समस्त कांग्रेस पार्टी की ओर से दीपावली पर्व की बहुत बहुत शुभकामनाएं.
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नमस्कार, मैं भूधर नारायण मिश्रा, कानपुर महानगर से पूर्व विधायक बोल रहा हूँ. मैं आप की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.

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