नवंबर, 2019 के दौरान उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से निकाले गए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की घर वापसी शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति की ओर से निष्कासन रद किये जाने के बाद पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र सहित अन्य सभी वरिष्ठ नेताओं को एक बार फिर पूरे सम्मान के साथ कांग्रेस में वापस लाया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव रोहित चौधरी ने पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्रा और नेकचंद्र पांडे को गुलदस्ते देकर और पटका पहना कर पार्टी में वापस आने पर स्वागत किया गया।
गौरतलब है कि हाल ही में कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखनऊ आगमन किया था और इस दौरान उन्होंने लखनऊ में कांग्रेस के जिला व शहर अध्यक्षों, पूर्व विधायकों व सांसदों के साथ बैठक की थी, जिसमें पुराने नेताओं की टीस उभरी थी कि पार्टी के नए पदाधिकारी उन्हें तवज्जो नहीं देते हैं। इस पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि पार्टी में अपने अनुभवी और वरिष्ठ नेताओं का मान-सम्मान बरकरार रहेगा और पुराने नेताओं को पार्टी से जोड़ा जाएगा।
बताते चलें कि नवंबर, 2019 में पार्टी की दशा-दिशा को लेकर पूर्व सांसद संतोष सिंह के आवास पर बैठक की थी। जिसे अनुशासनहीनता मानते हुए कांग्रेस ने पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व विधायक भूधर नारायण, पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी व सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व एमएलसी सिराज मेहंदी, नेकचंद्र पांडेय व विनोद चौधरी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजेंद्र सिंह सोलंकी, युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एसपी गोस्वामी और गोरखपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष संजीव सिंह को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया था। लेकिन अपने पुराने गीले-शिकवों को भुलाते हुए कॉंग्रेस ने एक बार फिर अपने पुराने अनुभवी वरिष्ठ नेताओं को सम्मान के साथ पार्टी से जोड़ा।