गीता में उपदेश सुनाया, धर्म युद्ध को धर्म बताया.
कर्म तू कर मत रख फल की इच्छा,
यह सन्देश तुम्हीं से पाया.
अमर है गीता के बोल सारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा..॥
॥ श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी ॥
प्रभु श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर आप सभी को सहस्त्रों बधाइयां. हमारे हिन्दू धर्म में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और बड़े ही भक्ति भाव से प्रभु के बाल गोपाल स्वरुप को सजाया संवारा जाता है. इस दिवस पर ऐसा लगता है जैसे समस्त देश वृंदावन बन गया हो और कृष्ण लहर प्रवाहित होकर आनंद बरसा रही हो. देश में मंदिरों को भव्य रूप से सजाया जाता है और प्रभु श्री कृष्ण की लीलाओं को झांकी के माध्यम से दर्शाया जाता है. इन सभी धार्मिक क्रियाकलापों से हम सभी को तो भक्ति का बोध होता ही है, साथ ही हमारे बच्चों को भी अपनी युगों प्राचीन संस्कृति, सभ्यता और परम्पराओं से जुड़ने का अवसर मिलता है.
इस तरह जन्माष्टमी का त्यौहार समस्त देश में मंगल का संचार लेकर आता है और सभी के जीवन को नवता, शुभता और श्रृद्धा के भाव से लबरेज कर देता है. भारत में तो जन्माष्टमी का अपना विशेष महत्व है, यहां प्रभु के बाल गोपाल चरित्र को बेहद प्रेम से सजाया संवारा जाता है और मुरली मनोहर के जन्मदिवस पर बड़े बड़े आयोजन भी किये जाते हैं. किन्तु उससे भी कहीं अधिक बढ़कर जन्माष्टमी हमें ज्ञान देती है. भारत के प्राचीनतम और पवित्र पौराणिक ग्रन्थ श्रीमद भगवद्गीता में स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि,
जब जब समाज में बुराई का प्रभाव बढ़ेगा और धर्म की हानि होगी तो मैं इस दुनिया में अवतार लूंगा और बुराई का विनाश करने व अच्छाई का साथ देने के लिए अधर्मियों का अंत करूंगा.
आज जब हमारे समाज में नशा, शराब, भ्रष्टाचार, बाल एवं स्त्री अपराध जैसे अधर्म बढ़ रहे हैं और व्यक्ति सामाजिक पतन की ओर बढ़ता चला जा रहा है. ऐसे में आवश्यकता है कि हम अपने राम और कृष्ण के सिद्धांतों पर चले. सभी एकजुट होकर इस जन्माष्टमी प्रण लें कि भगवान श्री कृष्ण के दिखाए धर्म के मार्ग पर आगे बढ़ेंगे और राष्ट्र उत्थान के लिए फल की इच्छा किये बिना अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे. तभी हम सच्चे अर्थों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाए जाने के अधिकारी होंगे.
उपरोक्त आशाओं और निवेदन के साथ आप सभी राष्ट्रवासियों को जन्माष्टमी की कोटि कोटि शुभकामनाएं. आप सभी का जीवन खुशहाल हो, उल्लासपूर्ण हो और आप सभी प्रगति के मार्ग की ओर उन्मुख हो सकें. जय श्री कृष्णा..!!